ब्रेस्ट कैंसर जिसको महिलाएं सुनना भी नहीं चाहती, पूरी दुनिया में ब्रेस्ट कैंसर का शिकार होने वाली महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है ।
अगर भारत की बात करें तो ब्रेस्ट कैंसर इतनी जानलेवा बीमारी बनती जा रही है कि ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित दो मे से एक महिला अपनी जान गवां रही है तो वहीं 10 में से एक महिला ब्रेस्ट कैंसर का शिकार हो रही है कैंसर से पीड़ित महिलाओं की संख्या देश के कोने कोने से आ रही है छोटे शहरों से लेकर मेट्रो सिटीज तक ब्रेस्ट कैंसर से महिलाएं ग्रसित है आज हम अपने आर्टिकल में ब्रेस्ट कैंसर क्या है क्यों होता है कैसे होता है इलाज उन तमाम बातों की चर्चा करेंगे ।
क्या होता है ब्रेस्ट कैंसर
ब्रेस्ट कैंसर मतलब स्तन कैंसर जब महिलाओं में ब्रेस्ट की कोशिकाएं जल्दी जल्दी और बेहिसाब रूप से बनने लगे तब उसे ब्रेस्ट कैंसर कहते है यह बीमारी पुरुषों और महिलाओ दोनों में हो सकती है लेकिन महिलाओं की संख्या अधिक देखी गई है थोड़ा आसान भाषा में और समझते है ।
जब स्तन पर छोटे छोटे सख्त कण बनने लगते है या फिर स्तन के टिश्यू में छोटी गांठ बनती है तो धीरे धीरे यह ब्रेस्ट कैंसर के रूप में बदलने लगती है । समय रहते अगर यह पता चल जाता है तो पहले और दूसरे स्टेज में इसका इलाज संभव माना गया है.
क्या है ब्रेस्ट कैंसर के कारण
आमतौर पर ब्रेस्ट कैंसर के कारण स्तन में बढ़ती हुई कोशिकाएं ही मानी जाती है । लेकिन इसके कुछ अन्य कारण भी पता चले है ।
मासिक धर्म में परिवर्तन
महिलाओं में कभी कभी मासिक धर्म कुछ देरी से शुरू होते है या फिर महीने की उस तारीख पर शुरू नहीं होते ऐसे में कुछ भी ऐसे परिवर्तन दिखे तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं ।
अगर 12 साल की उम्र से पहले मासिक धर्म शुरू हो जाए या 30 साल की आयु के बाद गर्भवती हो और 55 के बाद मोनोपॉज हो इसके साथ ही पीरियड 26 दिन से कम और 29 दिन से ज्यादा हो चिंता का सबब बन सकती है ।
पारिवारिक इतिहास
कभी कभी देखा गया है कि जेनेटिक गुणों को वजह से ब्रेस्ट कैंसर की परम्परा पारिवारिक इतिहास से जुड़ी होती है यदि किसी करीबी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ तो उस परिवार में किसी अन्य को ब्रेस्ट कैंसर होने की सम्भावना बढ जाती है ।
नशीले पदार्थ का सेवन
कई बार देखा गया है महिलाएं नशीले पदार्थ का सेवन करती है शराब , सिगरेट , ड्रग्स भी ब्रेस्ट कैंसर का कारण बनता है जो कि जानलेवा साबित होता है ।
20 से 30 उम्र की लड़कियों में कैंसर
पिछले दस से बीस सालों में पाया गया है कि कम उम्र की लड़कियां ब्रेस्ट कैंसर का शिकार हो रही है । इनकी उम्र 20 से 30 के बीच है इसके कई कारण देखे गए है जैसे हमने ऊपर तमाम बातों से आपको रूबरू कराया । जेनेटिक गुण , नशीली दवाएं , नशीले पदार्थ, अत्यधिक टाइट कपड़े पहनना , ब्रेस्ट के साईज से ब्रा न पहनना ये तमाम बातें कारण बनती है ।

अगर प्रतिशत की दर से बात करें तो 40 से 45 की उम्र की प्रतिशत दर 15 है 44 से 50 में 16 प्रतिशत है 50 से 60 उम्र की महिलाएं ज्यादा चपेट में देखी गई है घने स्तन वाली महिलाएं भी इसी कड़ी में आती है.
क्या है इसके लक्षण
स्तन कैंसर का सबसे आम और साधारण लक्षण स्तन या इसके बगल में गांठ या एक गाढ़ा टिश्यू देखा जा सकता है ।
कुछ बिंदु के जरिए जानते है
- स्तन मे लगातार दर्द बना रहना याद रहे मासिक चक्र पर निर्भर नहीं रखता
- स्तनों को त्वचा का लाल होना
- एक या दोनों निप्पल पर छोटे छोटे दाने पड़ना
- स्तन के आकार में बदलाव होना
- निप्पल से खून रिसना
- निप्पल का उल्टा होना
- निप्पल डिस्चार्ज होने यानी लटक जाना
स्तन कैंसर से कैसे करें बचाव
- लहसुन और प्याज का सेवन करके स्तन कैंसर से बचा जा सकता है
- किशमिश और अंगूर का जूस फायदेमंद साबित होता है
- पोई की पत्ती से स्तन कैंसर से बचा जा सकता है जंगलों में आसानी से मिल सकती है
- ग्रीन टी इसका बहुत अच्छा उपाय है
- अदरक और सोंठ को अपने खाने में शामिल करते रहिए