नरेंद्र मोदी सरकार ने भारत को एक डिजिटल महाशक्ति बनाने के लिए कई कदम उठाये हैं। सरकार के इस तरह पहल से पिछड़े कुछ वर्षों में साकारात्मक बदलाव भी आया है। सुदूर इलाकों का भी अब डिजिटलीकरण हो रहा है। भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए को भूमि पंजीकरण की प्रॉसेस को आसान बनाने के लिए, विभिन्न राज्यों की सरकारों ने रिकॉर्ड्स के रखरखाव के लिए ऑनलाइन पोर्टल शुरू किए हैं। ऐसा ही एक ऑनलाइन पोर्टल है ‘MeeBhoomi’। इसकी शुरुआत की है आंध्र प्रदेश सरकार ने ताकि जमींदार और आम लोग इसका लाभ उठा सके। अगर एक लाईन में समझना हो तो यह समझ सकते हैं कि – मीभूमि आंध्र प्रदेश के राजस्व विभाग द्वारा शुरू किया गया एक भूमि रिकॉर्ड पोर्टल है।
आप ‘मी भूमि’ पर इन सेवाओं का लाभ ले सकते हैं –
- एडंगल डाउनलोड
- 1-बी (अधिकार का रिकॉर्ड) डाउनलोड
- आधार को जमीन के रिकॉर्ड से लिंक करना
- गांव के नक्शे
- इलेक्ट्रॉनिक पासबुक
- भूमि रूपांतरण विवरण
- फ़ील्ड मापन पुस्तक
- राजस्व अदालत के मामलों और अदालत के विवरण का विवरण
Adangal का क्या अर्थ है?
Adangal भूमि के एक टुकड़े के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए एक स्थानीय शब्द है। इसे meebhoomi hill भी कहा जाता है। आंध्र में, इन अभिलेखों को दैनिक ग्राम प्रशासन के लिए नियुक्त स्थानीय प्रमुखों द्वारा बनाए रखा जाता है।
मी भूमि पर इन सारी बातों की भी जानकारी मिलेगी –
- संपति पर जल का स्रोत
- संपति के मालिक की डीटेल्स
- संपति क्षेत्र
- पट्टा पासबुक (Meebhoomi passbook)
- भूमि मूल्यांकन
- भूमि देयताएं
- मिट्टी का प्रकार
- किराये का घर
- जमींदार की KYC डिटेल्स
- फसल डिटेल्स
- प्रांत के बारे में डीटेल्स
- गांव के जमींदारों की लिस्ट
मी भूमि का रेजिस्ट्रेशन करने के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट जा जायें – http://meebhoomi.ap.gov.in/ या फिर आपके मन में जो सवाल हैं उस बेझिझक ईमेल कर सकते हैं – meebhoomi-ap@gov.in
कुछ अहम सवाल जो आपको जान लेना चाहिए –
सवाल – क्या मी भूमि मलकी विवरण की जानकारी देता है?
उत्तर – हाँ यह यूजर को मालकी विवरण सहित जमीन की जानकारी खोजने की अनुमति देता है।
सवाल – Meebhoomi पोर्टल का उपयोग क्या है?
उत्तर – Meebhoomi पोर्टल आंध्र प्रदेश के सभी लोगों को भूमि रिकॉर्ड विवरण प्रदान करता है।
सवाल – Adangal क्या जानकारी प्रदान करता है?
उत्तर – पाहानी या अडंगल, मिट्टी के प्रकार, देनदारियाँ, भूमि में उगाई जाने वाली फसलें, क्षेत्र का आकलन, जल दर और भूमि पर कब्जे की प्रकृति आदि जैसी जानकारी प्रदान करता है।